माँ तू मेरे बारे में कितना सोचती है,
मै नहीं सोच पाता
तेरे लिए मै कुछ नहीं कर पाता
पर यदि काम कभी न आया
तो फिर मेरा जीवन किसी काम का नहीं
मेरा बाहर रह के पढ़ के
पैसा पाना सून्य है
मै नहीं सोच पाता
तेरे लिए मै कुछ नहीं कर पाता
पर यदि काम कभी न आया
तो फिर मेरा जीवन किसी काम का नहीं
मेरा बाहर रह के पढ़ के
पैसा पाना सून्य है
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